Anmol Vachan
“इंसान” एक दुकान है और ”जुबान” उसका ताला…!! जब ताला खुलता है, तभी मालुम पड़ता है… कि दूकान ‘सोने’ कि है, या ‘कोयले’ की…!!
View ArticleKrishna
जिन नैनों में कृष्ण बसे, उन्हें और क्या प्यास| अब बाकी कुछ रहा नहीं, बस दर्शन की है आस||
View Article
More Pages to Explore .....